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बटला हाउस फर्ज़ी एनकाउन्टर की जांच हेतु SIT के गठन के सम्बन्ध में।

ज्ञापन  बटला हाउस फर्ज़ी एनकाउन्टर की जांच हेतु SIT के गठन के सम्बन्ध में।


सेवा में,
श्री नरेंद्र मोदी जी, 
माननीय प्रधानमंत्री,
भारत  सरकार, दिल्ली।
द्वारा,
जिलाधिकारी महोदय
जनपद बहराइच

विषयः बटला हाउस फर्ज़ी एनकाउन्टर की जांच हेतु SIT के गठन के सम्बन्ध में।

 महोदय,
          19 सितम्बर 2008 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के राज में दिल्ली के बटला हाउस इलाके में दिल्ली पुलिस ने एक एनकाउंटर किया था जिसमें एक जांबाज़ पुलिस अफसर मोहनचंद शर्मा के साथ ही दो नौजवान छात्र आतिफ अमीन व मो0 साजिद की गोली लगने से मौत हो गई थी तथा मो0 सैफ नाम का एक युवक गिरफतार किया गया था तथा दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ अन्य युवकों का फरार होना भी बताया गया था। इस इनकाउन्टर के दिन से ही पीड़ीतों का परिवार, इलाके के लोग, सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ताओं की एक बड़ी तादाद इस एनकाउन्टर को फर्ज़ी मानते हुए इसकी जांच कराने की मांग कर रहे हैं क्योंकि एनकाउन्टर के हालात, तथ्य और दावे ही इसके फ़र्ज़ी होने की बात को साबित करते हैं। ऐसे प्राणघातक एनकाउंटर में कानूनन भी स्वतंत्र न्यायीक जांच का प्रावधान है परंतु पीड़ित परिवार, सिविल सोसाइटी और सामाजिक कार्यकर्ताओं की तमाम मांगों को ठुकराते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अपने मंत्री की छवि को बचाने के लिए इस एनकाउंटर के सच को दुनिया के सामने आने ही नही दिया। 

         राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल शुरूआत से ही इस एनकाउन्टर को फर्ज़ी मानती है और लगातार इस एनकाउन्टर की स्वतंत्र जांच की मांग करती आ रही है। हर साल 19 सितंबर के दिन बटला हाउस एनकाउंटर की बरसी पर कौन्सिल के नेतृत्व में लोग देश भर में विरोध दर्ज कराते हुए जांच की मांग करते हैं। परन्तु पिछली सरकारों और जांच एजेंसीयों द्वारा इस जांच की मांग को अनसुना करते जाना इस एनकाउन्टर की सत्यता पर और सवाल खड़ा करती है। हम आप से निवेदन करते हैं कि न्याय को पारदर्शी बनाने तथा सर्वोपरि रखने के लिए इस बटला हॉउस एनकाउंटर की स्वतंत्र न्यायिक जांच अथवा SIT का गठन करें ताकि पूरे मुल्क के मुसलमानों के जज़बात से जुड़े और मुस्लिम समाज के माथे पर लगे बटला हाउस एनकाउन्टर के इस कलंक को धुला जा सके और पीड़ित परिवारों को इंसाफ मिल सके। 

         उम्मीद है कि आप हमारी उपरोक्त मांग को पूरा करने का कष्ट करेंगे क्योंकि ये मसला सिर्फ कुछ परिवारों के सम्मान और भावनाओं से नही जुड़ा है बल्कि भारत के 25 करोड़ मुसलमानों के जज़बात से जुड़ा हुआ है ऐसे में सच को सामने लाना न्याय हित में अतिआवयक है। 

आपका आभारी,

मौलाना सरवर क़ासमी
जिलाध्यक्ष बहराइच
राट्रीय ओलमा कौन्सिल
9838242943

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