आजादी के 75 साल गुजर जाने के बाद भी नहीं मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ,आवास के लिए दर दर भटक रहे ग्रामीण
संवाददाता शिवपूजन
श्रावस्ती। जनपद के विकास क्षेत्र गिलौला के अंतर्गत ग्राम पंचायत दूबकला का मामला प्रकाश में आया है,जहाँ पर कई सालों से रह रहे राम गोपाल पुत्र दशरथ का मकान सीलन की वजह से धराशायी हो गया, आज स्थिति यह है कि रामगोपाल का पुरा परिवार सर पर छत के लिए तरस रहा है, बीते कई दशकों में जितने भी ग्राम प्रधान हुए उन सभी से केवल आश्वासन ही मिला किसी भी ग्राम प्रधान ने रामगोपाल की समस्याओं को संज्ञान में लेने का जहमत गवारा नहीं किया , रामगोपाल की पत्नी राधा देवी का कहना है कि हमें जल्द से जल्द प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए ताकि हम भी भारत की आजादी को अच्छे से समझ सके और पक्के मकान में रहकर अपनी बची हुई उम्र ईंट के मकान में गुजार सके । घर गिर जाने के विषय में जब ग्रामीण रामगोपाल पुत्र दशरथ नें अपने ग्राम प्रधान सिद्धनाथ यादव से बात किया तो उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने की बात तक नही कही और उनकी बातों को अनसुना मानकर पूर्व प्रधान का सपोर्टर बताते हुए घर वापस भेज दिया ,ग्रामीण रामगोपाल पुत्र दशरथ ने जब हल्का लेखपाल प्रमोद कुमार चक्रवर्ती से मोबाइल फोन पर बात किया तो उन्होंने भी प्रधान की ही भाषा में आश्वासन दिया।तो वही हम आपको बता दें कि हलका लेखपाल प्रमोद कुमार चक्रवर्ती रामगोपाल की धराशाई मकान को देखने तक नहीं पहुंचे,अब देखना यह है कि आवास के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण को सरकारी योजना का लाभ कब तक मिल पाता है या नहीं ? सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन ग्रामीणों को कितने दशक तक सरकारी योजनाओं के लिए भटकना पड़ेगा ऐसे में अब बड़ा सवाल यह उठता है कि,ऐसे दबंग प्रधान सिद्धनाथ यादव और दबंग लेखपाल प्रमोद चक्रवर्ती के खिलाफ श्रावस्ती की राजस्वविभाग क्या ठोस कदम उठाता है,यह तो आगे आने वाला समय ही तय करेगा आखिर कब तक गरीबों को यूं ही दर-दर की ठोकरें खानी पडेगी।
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