जरवलरोड़ बहराइच
ब्राह्मण, गाय, देवता व संतों पर जब-जब अत्याचार बढ़ा है तब तक भगवान ने किसी न किसी रूप में अवतरित होकर इनकी रक्षा की है तथा पृथ्वी को पाप मुक्त किया है ये उदगार अयोध्या से पधारे मानस मर्मज्ञ पंडित शिव शरण शास्त्री ने अबलेश्वरी माता मंदिर प्रांगण में नौ दिवसीय संत समागम में प्रवचन के दौरान दिए। जरवल रोड के निकट ग्राम अतरौलिया में हो रहे नौ दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव के सातवे दिन रामजन्म की कथा संपन्न हुई जिसमें अयोध्या से पधारे मुुख्य वकता श्री शास्त्री ने अपने संगीत मय प्रवचन में कहा कि पृथ्वी पर भगवत अवतरण के कई तथ्य सामने आए हैं मानस में वर्णित है कि राजा दशरथ को देवासुर संग्राम में मूर्छित होने पर एक गिद्ध ने अपने पंख़ की छाया से बचाया है वरदान लिया कि राजा के पुत्रों के द्वारा गीध का अंतिम संस्कार हो, दूसरा कारण ब्राह्मण गाय देवता व संतो पर बढ़े अत्याचार से पृथ्वी को पाप मुक्त करने के लिए भी माना जा रहा है तीसरा कारण रावण का मुक्ति मार्ग वर्णित है तथा चौथा कारण अहिल्या उद्धार भी रामचरितमानस में उद्धृत है। इस अवसर पर हरिहर प्रसाद शुक्ला शिवाकांत शुक्ला डॉक्टर सर्वेश शुक्ला सर्जन, हरीश चंद्र शुक्ला गिरिजेश शुक्ला चंद्रेश कुमार शैलेंद्र शुक्ला ओम प्रकाश शुक्ला जीवनलाल द्वारिका प्रसाद राज किशोर शुक्ला राजेंदर गुड्डू रमाकांत राकेश शुक्ला उत्तम चंद शुक्ला सुरेश चंद्र शुक्ला उमेश्वर दत्त शुक्ला तुंगनाथ शुक्ला जुगल किशोर शुक्ला अमन शुक्ला प्रभाकर राधेश्याम शुक्ला अशोक शुक्ला अभिनव शुक्ला बलराम शुक्ला अशोक शुक्ला शेखर शुक्ला माधव राज शुक्ला केतकी प्रसाद विनोद कुमार जतिन प्रसाद देव कुमार शिव मगन विनय शुक्ला कृष्ण कुमार घनश्याम शुक्ला कल्लू शुक्ला सोनू शुक्ला नकच्छेद तिवारी संजय राव ननके राव परसराम अखिलेश समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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