रुपईडीहा बहराइच।
विकासखंड नवाबगंज ग्राम सभा रामपुर हुसैन बख्श का रहनेवाला रामाश्रय चौहान बूढ़े अंधे माता पिता तथा 4 बच्चों के साथ एक छोटी सी झोपड़ी में कुछ ईटे की दीवाल बना कर रहता था
।जो नेपाल से बहने वाली राप्ती नदीपानी व अत्यधिक बरसात के कारण झोपड़ी गिर गया । अब इनके रहने के लिए कोई साधन नहीं है रामेश्वर चौहान ने बताया कि मैंने आवास के लिए कई बार
आवास फार्म भरे लेकिन ग्राम प्रधान ने हमें आवास नहीं दिया । अब हम कहां रहे। गौरतलब है कि यह ग्राम सभा का आखिरी मकान है जो नेपाल भारत की सरहद के बॉर्डर रोड के समीप बना हुआ है यहां ना तो प्रकाश की व्यवस्था है ना तो सरकारी आवास की व्यवस्था है और ना ही सड़क बना हुआ है मिट्टी की पठान का सड़क बहुत दिन पहले का बना हुआ है जो भी बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुका है योगी सरकार की विकास की करण इस गरीब के घर तक नहीं पहुंचा ? अधिकारियों का ध्यान इस गरीब की तरफ नहीं जो आज आसमान तले अपने बच्चों के साथ रहने के लिए मजबूर है
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