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नोडल अधिकारी राकेश कुमार ने किया कन्टेनमेन्ट ज़ोन का निरीक्षण

नोडल अधिकारी राकेश कुमार ने किया कन्टेनमेन्ट ज़ोन का निरीक्षण











बहराइच 01 सितम्बर। कोविड-19 एवं बाढ़ राहत कार्य के अनुश्रवण हेतु शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी विशेष सचिव, पंचायती राज, उ.प्र. शासन राकेश कुमार ने हाटस्पाट क्षेत्र गुरूनानक चैराहा का निरीक्षण कर मौके पर मौजूद अधि.अधि. न.पा.परि. बहराइच पवन कुमार से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। श्री कुमार ने ई.ओ. को निर्देश दिया कि सभी कन्टेनमेन्ट ज़ोन में सेनिटाइज़ेशन की कार्यवाही के साथ-साथ साफ-सफाई की व्यवस्था रखी जाय। लोगों को घर से बाहर न निकलने के लिए जागरूक किया जाय तथा कन्टेनमेन्ट ज़ोन में रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। निरीक्षण के समय कन्टेनमेन्ट ज़ोन की साफ-सफाई संतोषजनक पायी गयी।
अधि.अधि. पवन कुमार ने नोडल अधिकारी को बताया कि नगर क्षेत्र अन्तर्गत 39 हाटस्पाट क्षेत्रों में से आज 06 क्षेत्रों क्रमशः हनुमानपुरी कालोनी, मेवातीपुरा, केवानागंज, कांशीराम आवास फुटहा कालोनी, शखैय्यापुरा एवं आशियाना कालोनी को मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कन्टेनमेन्ट ज़ोन गुरूनानक चैराहा में एक सप्ताह पूर्व 01 संक्रमित मरीज पाये जाने के कारण कन्टेनमेन्ट ज़ोन घोषित किया गया था। इस क्षेत्र में 20 घर हंै, क्षेत्र में एक मुख्य गली है जिसको पूर्णतः बैरीकेटिंग किया गया है। क्षेत्र में 2 सदस्यीय टीम द्वारा साफ-सफाई एवं सैनिटाइजेशन नियमित रूप से कराया जा रहा है। क्षेत्र में सब्जी, फल, दूध, राशन, किराना सामग्री, दवा तथा आपातकालीन मेडिकल सहायता प्रदान की जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग व अनावश्यक घर से बाहर न निकलने हेतु ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग व प्रचार-प्रसार कर क्षेत्र के निवासियों को हिदायत दी गई है।
इसके पश्चात नोडल अधिकारी श्री कुमार द्वारा जिला चिकित्सालय स्थित एल-2 हास्पिटल, एल-1 कोविड केयर सेन्टर, राजकीय महिला पाॅलीटेक्निक, रिसिया एवं नान कोविड एल-1 मिशन हास्पिटल का भी आकस्मिक निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया गया। एल-2 के निरीक्षण के समय नोडल डाॅ. ओ.पी. पाण्डेय ने बताया कि हास्पिटल में आज 42 मरीज भर्ती थे, जिसमें से 3 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये गये हैं एवं 01 मरीज को लखनऊ रेफर किया गया है तथा 01 मरीज की रात्रि में मृत्यु हो गयी है, जिसकी आयु 54 वर्ष थी। वर्तमान में 37 मरीज भर्ती हंै। भर्ती मरीजों में कोई मरीज गम्भीर प्रकृति का नहीं है। मरीज़ों को मानक के अनुसार नाश्ता, भोजन व चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. डी.के. सिंह मौजूद रहे। 
एल-1 कोविड केयर सेन्टर, राजकीय महिला पाॅलीटेक्निक, रिसिया के निरीक्षण के समय मौजूद प्रातः कालीन शिफ्ट के चिकित्सक डाॅ. सोमा सरकार द्वारा अवगत कराया गया कि कोविड सेन्टर में वर्तमान में 77 मरीज (47 पुरूष 25 महिला) भर्ती थे जिसमें से 6 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये गये है। वर्तमान में 72 मरीज भर्ती हैं। जिसमें से कोई मरीज गम्भीर प्रकृति का नहीं है। भर्ती मरीजों के उपचार हेतु तीन शिफ्ट में डाक्टर एवं स्वास्थ्य टीम की ड्यूटी लगायी गयी है तथा भर्ती मरीज़ों को मानक के अनुसार नाश्ता, भोजन व चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जा रही है।
नान-कोविड एल-1 मिशन हास्पिटल के निरीक्षण के दौरान डाॅ. प्रियंका गुप्ता एवं आरती मिश्रा द्वारा अवगत कराया गया कि 13 मरीज भर्ती थे, जिसमें से आज 2 मरीज़ों के स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में 11 मरीज भर्ती हैं। हास्पिटल में वर्तमान में कोई गम्भीर प्रकृति का मरीज भर्ती नहीं है। निरीक्षण के दौरान प्रथम पाली के लिए तैनात चिकित्सक व कर्मी मौजूद पाये गये। नोडल अधिकारी ने मरीज़ों के नाश्ते, उपचार एवं खान-पान के बारे में भी जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
चिकित्सालयों के निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया कि भोजन एव ंनाश्ता आपूर्ति करने वाला पर्याप्त/ठोस/गुणवत्तापरक सामग्री समय से उपलब्ध नहीं कराता है तो वैधानिक कार्यवाही अनिवार्य रूप से संस्थित करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मरीज़ों को एक ही प्रकार का नाश्ता व भोजन न देकर मानक के अनुसार बदल-बदल कर दें ताकि मरीज़ों में नाश्ते व खाने के प्रति अरूचि न पैदा हो। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. सुरेश सिंह व नोडल अधिकारी के लाइज़न आफिसर पंकज शर्मा मौजूद रहे।
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*दलहनी फसलों के बीज उत्पादन के लिए आयोजित हुआ 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम*

बहराइच 01 सितम्बर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बहराइच प्रथम के सभागार में दलहनी फसलों का बीज उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ करते हुए केंद्र के प्रभारी डा. एम. पी. सिंह ने बताया कि अच्छा बीज सफल खेती का आधार होता है। किसान के सामने मुख्य समस्या बीज उत्पादन तकनीक की होती है। किसान अपने खेत पर ही उच्च गुणवत्ता युक्त बीज तैयार कर सकते हैं। उन्होंने दलहनी फसलों के बीज उत्पादन करने के लिए भूमि का चयन एवं मृदा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दलहनी फसलों का बीज उत्पादन कर 75,000 से 80,000 रू. प्रति हेक्टेयर मुनाफा कमाया जा सकता हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप कृषि निदेशक डा. आर.के. सिंह ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बीज प्रमाणीकरण के लिए नियमों एवं प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिक डा. पांडे द्वारा फसल सुरक्षा, बीज उत्पादन, कीट व रोग नियंत्रण विधियों तथा खरपतवार नियंत्रण के बारे में जानकारी दी गयी। केन्द्र के सस्य वैज्ञानिक डा. शैलेंद्र सिंह ने दलहनी बीज वाली फसलों की बोआई, कटाई तथा बीज प्रसंस्करण और उसपर होने वाले व्यय के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने यह भी बताया कि बीज और अनाज उत्पादन में खर्चे में मामूली अंतर पड़ता है, परंतु मुनाफा कई गुना ज्यादा होता है। प्रशिक्षण समन्वयक रेनू आर्या ने दलहनी बीज की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रोसेसिंग और भंडारण आदि की उचित जानकारी दी।
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*पुलिस मुठभेड़ की होगी मजिस्ट्रीयल जाॅच*
बहराइच 01 सितम्बर। जनपद में 10 जुलाई 2020 की रात्रि में धमेन्द्र कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई लखनऊ के नेतृत्व में ग्राम गलकारा टोला अहिरनपुरवा, थाना हरदी, बहराइच में ग्राम के बाहर झोपड़ीनुमा घर में छिपे अभियुक्त पन्ने लाल यादव उर्फ डाक्टर पुत्र सोमई यादव, निवासी ग्राम मनईतापुर, थाना गुलरिहा, जनपद गोरखपुर की पुलिस मुठभेड़ में अचेत होने एवं जिला अस्पताल में डाक्टरों द्वारा मृत घोषित किये जाने सम्बन्धी प्रकरण की मजिस्ट्रीयल जाॅच कराये जाने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक द्वारा किये गये अनुरोध पर जिला मजिस्ट्रेट शुम्भु कुमार ने उप जिला मजिस्ट्रेट महसी को नामित किया है। जिला मजिस्ट्रेट ने जाॅच अधिकारी को निर्देश दिया है कि 15 दिवस के अन्दर ताॅच कार्यवाही पूर्ण कर आख्या प्रस्तुत करें।
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*ग्रीन जोन में परिवर्तित हुए 32 कन्टेनमेन्ट जोन*
बहराइच 01 सितम्बर। तहसील सदर बहराइच के थाना कोतवाली नगर मो. मेवातीपुरा, केवनागंज व सखैयापुरा, कोतवाली देहात ग्राम माधवरेती, कांशीराम आवास, ग्राम अहरौरा व ग्राम गजपत पंडितपुरवा, थाना दरगाह शरीफ के मो. हनुमानपुरी कालोनी, मो. आसियाना कालोनी व ग्राम बेलसरा, थाना रिसिया के मो. इन्दिरा नगर पूर्वी, नगर पंचायत रिसिया, तहसील कैसरगंज के थाना हुजूरपुर ग्राम प्रहलादपुरवा व ग्राम ठकुरनपुरवा, थाना जरवलरोड के मो. चैक जरवल कस्बा, सोसाइटी माल व ग्राम गौरियाचक, थाना फखरपुर के ग्राम शुवागाढ़ा, थाना कैसरगंज के ग्राम महुरीकला, हनुमान मन्दिर हुजूरपुर रोड व ग्राम गोदनईयां बिराहिमपुर, तहसील पयागपुर के थाना विशेश्वरगंज अन्तर्गत ग्राम इमिंती, थाना पयागपुर के पंडेरा खजुरी व जौपुरवा, तहसील नानपारा के कोतवाली नानपारा अन्तर्गत ग्राम भज्जापुरवा व मो. नीलकोठी नगर पालिका परिषद नानपारा, थाना रूपईडीहा अन्तर्गत ग्राम धनई, ग्राम चितरईयां व ग्राम जोधापुरवा, थाना मटेरा के ग्राम नेजवाभार, तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) के थाना मोतीपुर अन्तर्गत ग्राम अनवर चैधरी, तहसील महसी केे थाना हरदी अन्तर्गत ग्राम अवराही व ग्राम परसोहना में कोविड-19 के पीड़ित/संक्रमित व्यक्ति पाये जाने के फलस्वरूप घोषित किये गये हाट स्पाट/कन्टेनमेन्ट ज़ोन को मुख्य चिकित्साधिकारी बहराइच की संस्तुति के आधार पर शासन के प्राविधानानुसार 14 दिनों से इस क्षेत्र में कोई पाजिटिव कोविड-19 मरीज की पुष्टि न होने के कारण जिलाधिकारी ने हाट स्पाट/कन्टेनमेन्ट जोन को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है।
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*औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश हेतु आवेदन की अन्तिम तिथि 07 सितम्बर*
बहराइच 01 सितम्बर। प्रधानाचार्य प्रदीप अग्निहोत्री ने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग उ.प्र. अन्तर्गत जनपद बहराइच में संचालित राजकीय आई.टी.आई. 103-बहराइच, 104-नानपारा, 220-नानपारा, 219-रेहुवा मंसूर महसी तथा 431 कैसरगंज (एनसीवीटी व एससीवीटी) तथा निजी आईटीआई में प्रशिक्षण सत्र 2020-2021 में प्रवेश हेतु आॅनलाइन आवेदन 07 सितम्बर 2020 रात्रि 12.00 बजे तक बढ़ा दी गयी है।
उन्होनें बताया कि कक्षा-8/हाईस्कूल उत्तीर्ण छात्र एवं छात्राएं प्रवेश हेतु परिषद की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाट एससीवीटीयूपी डाट इन पर आॅनलाइन फार्म भर सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन शुल्क-सामान्य/पिछड़ा वर्ग हेतु 250 रू./अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति हेतु 150 रू. निर्धारित है। फार्म भरने की अंतिम तिथि 07 सितम्बर 2020 है। 
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*जनपद के 08 अलग-अलग स्थान घोषित किये गये कन्टेनमेन्ट ज़ोन*
बहराइच 01 सितम्बर। जनपद के तहसील पयागपुर अन्तर्गत ग्राम पहुॅचकट्टा, टेड़िया सिंगपुर व रानीपुरवा मनिकापुर, तहसील महसी अन्तर्गत ग्राम सिसईया, सिरजापुर व किशुनपुर मीठा, तहसील कैसरगंज अन्तर्गत ग्राम मीरगंज में 01-01 व्यक्ति के पीड़ित/संक्रमित पाये जाने तथा तहसील पयागपुर अन्तर्गत कोट बाज़ार में एक से अधिक पीड़ित/संक्रमित पाये जाने के फलस्वरूप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा सम्बन्धित क्षेत्र को कन्टेनमेन्ट ज़ोन घोषित करते हुए तत्काल प्रभाव से कोविड-19 के फैलाव को रोकने एवं बचाव व नियंत्रण किये जाने के उद्देश्य से सम्बन्धित क्षेत्रों तथा उसके आस-पास के क्षेत्र को निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार 30 अगस्त 2020 की रात्रि 08ः00 बजे से अग्रिम आदेश तक अस्थायी रूप से सील किये जाने एवं सम्पूर्ण क्षेत्र में प्रवेश एवं निकास तथा वाहनों के संचालन को अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर प्रतिबन्धित किये जाने के आदेश जारी किये गये हैं।
उक्त अवधि में निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार सम्बन्धित ग्राम/मोहल्लों में रहने वाले समस्त व्यक्ति अपने-अपने घरों (इन्डोर) में ही रहेंगे। इस आदेश का उल्लंघन उपरोक्त अधिसूचना के प्रस्तर-15 में प्रदत्त व्यवस्था के अनुसार भा.द.सं. की धारा-188 के अधीन दण्डनीय अपराध माना जायेगा। गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी कन्सालीडेटेड गाईड लाइन्स के क्रम में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के आदेश दिनांक 16 अपै्रल 2020 के अनुपालन में जिला मजिस्ट्रेट द्वारा कन्टेनमेन्ट ज़ोन के लिए नोडल अधिकारी/सहायक नोडल अधिकारी तथा नोडल पुलिस अधिकारी व सहायक नोडल पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गयी है।
जारी आदेश के अनुसार संक्रमण का एक से अधिक प्रकरण (कलस्टर) होने के फलस्वरूप कन्टेनमेन्ट का दायरा 200 मीटर होगा व उसके उपरान्त स्थानीय स्तर पर परिस्थितियों को देखते हुए बफर ज़ोन होगा एवं ग्रामीण क्षेत्र में उक्त राजस्व ग्राम का सम्बन्धित मजरा का निवास क्षेत्र कन्टेनमेन्ट ज़ोन होगा तथा इस गाॅव के ईद-गिर्द पड़ने वाले दूसरे राजस्व ग्रामों के मजरे बफर ज़ोन में आयेंगे। जबकि कोविड-19 के संक्रमण के एकल प्रकरण वाले शहरी क्षेत्र में 100 मीटर अथवा पूरा मोहल्ला, जो भी कम हो कन्टेनमेन्ट ज़ोन होगा तथा ग्रामीण क्षेत्र में राजस्व गांव का सम्बन्धित मजरा कन्टेनमेन्ट ज़ोन होगा।
कन्टेनमेन्ट ज़ोन क्षेत्रों के अन्दर एवं बाहर किसी भी व्यक्ति, वाहन इत्यादि को आवागमन की अनुमति नहीं होगी, सिवाय ऐसी स्थिति के जो चिकित्सीय आपातकालीन स्थिति और आवश्यक वस्तुओं/सेवाओं की आपूर्ति से सम्बन्धित हों। कन्टेनमेन्ट ज़ोन में अन्तिम धनात्मक रोगी के सैम्पल कलेक्शन की तिथि से 14 दिनों तक सम्बन्धित क्षेत्र कन्टेनमेन्ट ज़ोन बना रहेगा। यदि उक्त तिथि के 14 दिन उपरान्त तक सम्बन्धित क्षेत्रों में कोई अन्य केस नहीं पाया जाता है तो कन्टेनमेन्ट ज़ोन को सूची से विमुक्त कर दिया जायेगा।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा नामित मजिट्रेटों/पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 के फैलाव को रोकने एवं बचाव व नियंत्रण के दृष्टिगत कन्टेनमेन्ट ज़ोन की बैरीकेटिंग कराते हुए शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप सुरक्षात्मक प्रोटोकाल एवं सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे। इस आदेश का उल्लंघन पाये जाने पर डिजास्टर मैनेजमेन्ट एक्ट, 2005 की धारा-51 से 60 तथा भारतीय दण्ड विधान की धारा-188 में दिये गये प्राविधानों के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी।
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*बाढ़ बुलेटिन*
बहराइच 01 सितम्बर। जनपद बहराइच की सरयू नदी (घाघरा नदी) में आयी बाढ़ के परिणामस्वरूप जनपद की प्रभावित हुई तहसीलें, ग्राम एवं बाढ़ प्रभावितों के सहायतार्थ किये गये/किये जा रहे खोज, बचाव एवं राहत कार्यों का विवरण देते हुए अपर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में वर्षा की क्रमिक स्थिति 01 जून 2020 से 01 सितम्बर 2020 तक 810.2 मि.मी. दर्ज की गयी है। 
जनपद की नदियों एवं बैराजों पर 01 सितम्बर 2020 को प्रातः 08ः00 बजे तक जलस्तर का विवरण देते हुए अपर जिलाधिकारी ने बताया कि सरयू नदी का एल्गिन ब्रिज पर जलस्तर खतरे के निशान 106.07 मी. के सापेक्ष 105.726 मी., घूरदेवी पर जलस्तर 112.135 मी. के सापेक्ष 111.270 मी., गिरजापुरी बैराज पर जलस्तर खतरे के निशान 136.80 मी. के सापेक्ष 135.00 मी., गोपिया बैराज पर जलस्तर खतरे के निशान 133.50 मी. के सापेक्ष 130.20 मी. तथा शारदा बैराज पर जलस्तर खतरे के निशान 135.49 मी. के सापेक्ष 134.85 मी. दर्ज किया गया है।
जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से प्रभावितों हेतु किये गये/किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों का आज तक का विवरण देते हुए अपर जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक जनपद की 04 तहसीलों के 82 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि मैरूण्ड ग्राम 07 हैं। बाढ़ से प्रभावित जनसंख्या 198893, पशु 39353 एवं प्रभावित क्षेत्रफल 21808.10 हे. है। बाढ़/कटान से अब तक क्षतिग्रस्त मकानों/झोपड़ी की संख्या 365, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित बाढ़ चैकियों की संख्या 27, प्रभावित क्षेत्र में 01 बाढ़ शरणालय में 09 लोग रह रहे हैं।
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि खोज एवं बचाव कार्य में अब तक 228 नावें व 03 मोटर बोट लगायी गयीं हैं। जबकि खोज एवं बचाव कार्य के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 01 प्लाटून पी.ए.सी. व 01 टीम एन.डी.आर.एफ. की तैनात है। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को त्वरित उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए 48 मेडिकल टीमें गठित की गयी हैं। अब तक 8658 लोगों को चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की गयी है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में  अब तक 1574 पशुओं का उपचार तथा 90536 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 207.20 कुण्टल भूसा का वितरण किया गया है। जबकि पीड़ितों को बारिश के पानी से बचाव के लिए 6612 अदद तारपोलीन शीट का वितरण किया गया है। इसके अलावा 44402 बाढ़ प्रभावितों को खाद्यान्न राहत सामग्री किट तथा 25465 ज़रूरतमन्द लोगों को लंच पैकेट का वितरण किया गया है।
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद के किसी भी तहसील के राजस्व ग्राम में बाढ़ की स्थिति नही है। वर्तमान समय में बाढ़ से 13.01 हे. क्षेत्रफल प्रभावित है। बाढ़/कटान से आज क्षतिग्रस्त मकानों/झोपड़ी की संख्या 02 तथा खोज एवं बचाव कार्य में 25 नावें, 01 प्लाटून पी.ए.सी. व 01 टीम एन.डी.आर.एफ. की तैनात है। प्रभावित क्षेत्रों में 23 मेडिकल टीमों द्वारा 201 लोगों का उपचार किया गया है। इसके अलावा 02 पशुओं का उपचार व 40 के टीकाकरण की कार्यवाही की गयी है।
जिलाधिकारी द्वारा बाढ, राहत एवं बचाव से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि बाढ़ राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता एवं उदासीनता न बरती जाये। सभी सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा बाढ़़ प्रभावित क्षेत्रों का नियमित भ्रमण कर बाढ़ प्रभावित लोगों को शासन द्वारा अनुमन्य सभी सुविधाएं मुहैय्या करायी जायें। जिलाधिकारी द्वारा सभी सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान आमजनमानस को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन के साथ-साथ मास्क के उपयोग के बारे में जानकारी प्रदान करें साथ ही राहत एवं सामग्री वितरण के कार्यों में सोशल डिस्टेन्सिंग का भी कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ सम्बंधी समस्याओं के निराकरण तथा बाढ़ सम्बंधी सूचना/शिकायत दर्ज कराये जाने के उद्देश्य से राउण्ड-द-क्लाक संचालित बाढ़ कन्ट्रोल रूम का दूरभाष नं 05252-230132 तथा ट्रोल फ्री नं 1077 है।


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