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संयुक्त बार ने मुंसिफ न्यायालय स्थापना के प्रक्रिया का दूसरे दिन भी धरना देकर किया बिरोध ,


संयुक्त बार ने मुंसिफ न्यायालय  स्थापना के प्रक्रिया का दूसरे दिन भी धरना देकर किया बिरोध , 
 
-मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय स्थापना की प्रक्रिया का विरोध दूसरे दिन भी रहा जारी ,

आन्दोलन मे अधिवक्ता लिपिक के अध्यक्ष रामछवि वर्मा ने दिया समर्थन, 
साथ ही स्टाम्प वेन्डर नोटरी अधिवक्ताओ को किया गया प्रतिबंध, रजिस्ट्री आफिस रहेंगी बन्द,

 गोण्डा। जिला वार एसोसिएशन के तत्वावधान में संयुक्त  बार एसोसिएशन के पदाधिकिरियो एवं अधिवक्ताओ ने बुधवार को अध्यक्ष दीनानाथ त्रिपाठी, वीरेंद्र त्रिपाठी एवं महामंत्री मनोज कुमार सिंह,प्रदीप कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में समस्त अधिवक्ताओ ने दूसरे दिन भी  गेट नम्बर तीन पर धरना-प्रदर्शन करते हुए तहसीलों पर मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय की स्थापना  के विरोध मे आक्रोश व्यक्त करते हुये धरना दिया। 
इस मौके पर  धरना प्रदर्शन देते हुए वरिष्ठ अधिवक्ताओ ने  आज भी  अपने अपने विचार एवं सुझाव दिये, और विरोध व्यक्त किया कि अगर मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय तहसीलो में न्यायालय की स्थापना की जाती है,
 तहसीलो के पीठासीन  अधिकारियो के साथ हो रहे व्यवहार एवं उनके  न्याय की व्यवस्था मे सत्तासीन नेताओ  
के हस्ताक्षेप को नकारा नही जा सकता ,
          उस वजह से आज भी कई वर्षो तक अपने वादो के निस्तारण  मे गरीब मजलूम को न्याय नही मिल पा रहा है, वर्षो वर्ष दोड-भाग लगाने के लिए मजबूर है,

       फिर भी जनपद न्यायधीश मुंसिफ न्यायालय को उस तहसीलो पर भेजने के पीछे उनकी मंशा हम सभी अधिवक्ताओ के समझ से कोसो दूर है,

         जिससे न्यायपालिका की गरिमा तो  गिरेगी ही और साथ ही साथ भष्टाचार की गंगोत्री स्थापित हो जायेगी। किसी भी दृष्टिकोण से तहसील स्तर पर ग्राम न्यायालय की स्थापना सही नही होगा।

         दीनानाथ त्रिपाठी अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य मे कहा कि कल के इस बड़े आन्दोलन को सफलतापूर्वक धरना-प्रदर्शन का देते हुए समस्त अधिवक्ताओ के योगदान की सराहना किया एवं
उन सभी का आभार व्यक्त किया, 
     तथा  जनपद न्यायधीश से  अधिवक्ताओ के मांग पर सहानुभूतिपूर्वक मांगो पर विचार करे एवं अपने रूख मे परिवर्तन लाने के  लिये न्यायिकअधिकारियो के साथ गहन मन्त्रणा की आवश्यकता बताई,
डी जे के इस निर्णय से जहां वादकारियो  व अधिवक्ताओ को समस्याओ के साथ न्यायिक अधिकारियो को भी कठिनाई उठाना पड़ेगा , 
डी जे के इस निर्णय किसी भी मापदंड से सही नही है ना ही किसी के हित मे होगा,
         धरना प्रदर्शन स्थल से उपस्थित अधिवक्ताओ ने सभी बिन्दुओं पर अपना अपना वक्तव्य दिया। जिसमे मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय स्थापना के मापदंड  पर कानूनी अड़चनों पर ध्यान आकर्षित कराते हुए, जिला मुख्यालय से सभी तहसीलो की दूरी ज्यादा नही है। ग्राम न्यायालय जिला मुख्यालय पर होने से तहसील स्तर के वादकारियो को अपना वाद प्रस्तुत करने मे ज्यादा सुलभता रहेगी, साथ ही जिला मुख्यालय पर न्यायालय की सुरक्षा सम्बन्धित पुख़्ता इंतजाम शासन  द्वारा किये गये है, जिस वजह से वादकारियो को न्यायालय मे वाद प्रस्तुत करने मे कोई भय महसूस नही होगा,न ही न्याय करने मे, 
इन सभी बिन्दुओं पर ध्यान आकर्षित कराते हुए दोनो बार के पदाधिकारी एवं मुंसिफ न्यायालय व ग्राम न्यायालय स्थापना के विरोध हेतु बाबत बने प्रतिनिधिमंडल से उनके विचार लेते हुए  कल के इस आन्दोलन को   अगले दिन पुनः इसी तरह से रहेगा,  
कल का धरना-प्रदर्शन भी  गेट नम्बर तीन  पर जारी रहेगा  ,साथ ही
कोबिट उन्नीस का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने निर्धारित समय से धरना प्रदर्शन व विरोध प्रदर्शन किया जायेगा इस आशय की जानकारी सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन्द्र त्रिपाठी ने किया साथ ही आज के धरना प्रदर्शन मे उपस्थित सभी अधिवक्ताओ का आभार व्यक्त करते हुए ,
  धरना-प्रदर्शन स्थल पर आये पत्रकार बन्धुओ के साथ-साथ पुलिस अधिकारियो के सहयोग के लिये आभार ज्ञापित किया, 

आज के धरना-प्रदर्शन का संचालन महामंत्री प्रदीप कुमार पांडेय  ने  किया ,
 महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अगर इस आन्दोलन को बल प्रदान करने के लिए 
नोटरी अधिवक्ताओ से नोटरी नही करने की तथा स्टाम्प वेन्डरो से सहयोग करने की अपील की, 
      वादकारियो व अधिवक्ताओ के हित मे हो रहे इस आन्दोलन मे अधिवक्ता लिपिक के अध्यक्ष
राम छवि वर्मा ने विहिप जारी कर जब तक संयुक्त बार एसोसिएशन द्वारा चलाया जा रहा इस व्यापक आन्दोलन मे सहयोग करता रहेगा ।  

    इस धरना-प्रदर्शन में उपस्थित 
गोकरन नाथ पाण्डेय, रामकृपाल  शुक्ल, माधव राज मिश्र, विन्देश्वरी प्रसाद दूबे, राजेश मिश्र, राम बुझारत द्विवेदी,वरिष्ठ  उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार पाण्डेय, उपेन्द्र मिश्र, जमील खां,अनिल सिंह, अशोक तिवारी, विजयप्रकाश त्रिपाठी,कौशल किशोर पाण्डेय, 
रमेश कुमार दूबे, अनुपम शुक्ल,राजकुमारचतुर्वेदी,गिरवर चतुर्वेदी. रजनीश पाण्डेय, 
रामू प्रसाद, सन्तोष कुमार ओझा , विश्वनाथ सिंह, भगौती प्रसाद पाण्डेय मौजूद रहे,

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