बहराइच महर्षि वाल्मीकि के प्राकट्य जयंती के पावन पर्व पर बाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री बेटी पढ़ाओ जनपद बहराइच के संयोजिका श्रीमती मंजू बाल्मीकि के द्वारा महर्षि बाल्मिक की शोभा यात्रा
बहराइच के बड़ी हॉट काजीपुरा घंटाघर अस्पताल चौराहा अग्रसेन चौक रेलवे स्टेशन चांदपुरा चौराहा आज मोहल्लों से गुजरते हुए बड़ी हॉट स्थित बाल्मीकि मंदिर पर समाप्त हुई कार्यक्रम का आयोजन बाल्मिक मंदिर पर स्थापित बाल्मिक जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर मां सरस्वती बंदना से शुरुआत की गई अपने उद्बोधन में मंजू बाल्मीकि ने रामायण के रचयिता बाल्मीकि जी के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान राम मां सीता केवट निषाद राज सुग्रीव हनुमान भीलनी सेवरी तथा विभिन्न पात्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान राम ने हमेशा राष्ट्रीय एकता विश्व बंधुत्व भावना छुआछूत के भावना आदि पर विशेष बल दिया जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण प्रत्येक मानव को मिलता है अयोध्या कांड में राम वन गमन के प्रसंग पर चर्चा करते हुए उन्होंने एक आदर्श स्थापित किया क्योंकि केवट बहुत छोटे तबके का व्यक्ति था जो गंगा नदी पर नाव चला कर अपना जीविका चलाता था उसको भी भगवान राम ने अपने बराबर का सम्मान दिया इसी प्रकार भीलनी जाति की शबरी के बेर को प्रेम के वशीभूत होकर खाया तथा नवधा भक्ति के उपदेश भी दिया प्रथम भगति संतन कर संगा दोस्त कथा प्रसंगा बाड़मेर जयंती के पर्व पर सुनील बाल्मीकि पुष्पा बाल्मीकि अनिल बाल्मीकि ज्योति बाल्मीकि आदि लोगों ने हिस्सा लिया तथा बाल्मीकि बाल्मीकि जीके बताए गए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया
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